विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने की कांग्रेस ज्वाइन,कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन से भी की मुलाकात

Lokdesh Desk

कहा- बुरे वक्त में BJP छोड़ सभी दूसरी पार्टियों ने साथ दिया;

चंडीगढ़ / हरियाणा विधानसभा चुनाव  होने में अब केवल कुछ ही दिन शेष है , जैसे -  जैसे  चुनाव नजदीक आरहे  है  राजनीतिक सरगरमियाँ भी बढ़ती ही जा रही हैl   6 सितंबर  शाम को  फोगाट और बजरंग  ने कांग्रेस का दामन थाम लिया।  विनेश का जुलाना सीट से चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है। वहीं, बजरंग के भी चुनाव लड़ने की अटकलें जोरो पर  हैं।
 आपकी जानकारी के लिये बता दे दोनों  ने ही कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन  खड़गे से  उनके आवास पर मुलाकात की इसके बाद कोंग्रस मुख्यालय की ओर रवाना हो गए। हरियाणा विधानसभा चुनाव के  मतदान 5 अक्टूबर को एक फेज़ में पूर्ण होना है।  फोगाट और पुनिया को राजनीति का मोह कुछ इस कदर  भाया की रेलवे की नौकरी तक छोड़ दी।  

 
फोगाट ने कांग्रेस ज्वाइन करते  ही बयान बाजी भी शुरू कर दी .....  

 उन्होंने कहा 'सबसे पहले तो मैं देशवासियों और मीडिया का धन्यवाद करना चाहती हूं। कांग्रेस पार्टी का बहुत धन्यवाद करती हूं  बुरे टाइम पर पता लगता है कि साथ में कौन है कौन नहीं । जब आंदोलन के दौरान हमें सड़क पर घसीटा जा रहा था, तब बीजेपी को छोड़कर देश की हर पार्टी हमारे साथ थी। मैं गर्व महसूस कर रही हूं कि मैं ऐसी पार्टी में हूं, महिलाओं के साथ हो रहे अन्याय और बुरे बर्ताव के खिलाफ खड़ी है।

बीजेपी ने हमें ये साबित करने की कोशिश की कि हम जले हुए कारतूस हैं, मैं नेशनल खेली। लोगों ने कहा कि मैं बिना ट्रायल दिए ओलिंपिक जाना चाहती हूं, लेकिन मैंने ट्रायल दिया। जो मैंने फेस किया, मैं चाहती हूं कि बाकी खिलाड़ियों को न झेलना पड़े। बजरंग पर चार साल का बैन लगा दिया। ये सिर्फ इसलिए किया, क्योंकि उन्होंने आवाज उठाई। हम जी-जान से काम करेंगे, सिर्फ बात नहीं करेंगे। मैं अपनी बहनों को बताना चाहती हूं कि मैं आपके साथ खड़ी रहूंगी।'


बजरंग पूनिया ने भी भाजपा  पर निशाना साधा  .....

  कांग्रेस पार्टी हमारे साथ खड़ी रही। हमने जितनी मेहनत कुश्ती, किसान आंदोलन, अपने आंदोलन में की, उतनी ही मेहनत यहां भी करेंगे। विनेश के साथ ओलिंपिक में जो हुआ, पूरा देश दुखी था, हालांकि कुछ लोग खुशी मना रहे थे। ये गलत था। जैसा की विनेश ने कहा कि हम सभी देश की बेटियों के साथ हैं।' 'आज कहा जा रहा है कि हमारा मकसद सिर्फ राजनीति करना था। हमने बेटियों के अत्याचार को लेकर (बीजेपी) को लेटर भी भेजा था।

  दरसल 2 दिन पूर्व ही कांग्रेस नेता राहुल गाँधी से दोनों ही रेसलर  विनेश और बजरंग ने मुलाकात की थी। ठीक इसके बाद  वे कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से भी मिले थे।  तब से ही अटकले लगाई  जा रही थी की दोनों कांग्रेस  ज्वाइन करेंगे।  अब  देखना  दिलचस्प होगा की दोनों किस तरह के खेल का प्रदर्शन राजनैतिक  आखाड़े में करते है।  
 



 

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