कांग्रेस में शामिल दो नए चहरे, देंगे पार्टी को एक नया मुकाम या बीजेपी के लिए बनेगा चुनावी मुद्दा

साल 2016 में JNU (जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी) में अपने देशविरोधी नारे और जोशीले भाषण से JNU छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार पूरे  देश के लिए एक चर्चित चेहरा बन गए। सरकार को  खुली चुनौती  देने के चलते जेल जाना और फिर जेल से निकलकर वापस आना उनका राजनीति में आने का द्धार  बना।  साल 2016 में कन्हैया ने बीजेपी और आरएसएस के खिलाफ जमकर हमला बोला और सीधे प्रधानमंत्री मोदी को निशाने पर ले डाला।  

JNU अध्यक्ष पद से शुरू हुआ यह सफर, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) से होते हुए अब कांग्रेस की ओर बढ़ चला है। कन्हैया कुमार और गुजरात के दलित कार्यकर्ता और विधायक जिग्नेश मेवानी  आज मंगलवार को कांग्रेस की और रुख कर रहे हैं।  पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी आज इन्हे  सदस्यता दिलवाएंगे।  वही कांग्रेस ने भी युवा नेताओं पर अपना दांव चल दिया है।  इन युवा नेताओं के पार्टी में शामिल होने के चलते, स्वागत के रूप में कांग्रेस कार्यालय के बाहर दोनों का पोस्टर लगाया गया।  नए नेताओं का  सदस्यता समारोह आज दिल्ली में होने जा रहा है।  

गौरतलब है की कांग्रेस पार्टी में पिछले कुछ दिनों से युवा नेताओं का दल बदल अभियान चालू है। इस क्रम में ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रियंका चतुवेर्दी, जितिन प्रसाद, सुष्मिता देव,  और ललितेशपति त्रिपाठी शामिल हैं।   राहुल गाँधी की युवा टीम से इन नेताओं का जाना कही न कही पार्टी के लिए साल 2022 का चुनाव चुनौती पूर्ण बना  सकता है। वही अगर बीजेपी के माने तो कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवानी राष्ट्र विरोधी तत्व हैं और इनका कांग्रेस में शामिल होना मतलब कांग्रेस द्वारा राष्ट्र विरोधी तत्वों को समर्थन देंना है।  इस मुद्दे का फायदा बीजेपी आगमी उत्तरप्रदेश चुनाव में उठाकर सीधे कांग्रेस को अपने घेरे में लेगी।  

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