मप्र में जनजातीय गौरव दिवस और टंट्या मामा भील के कार्यक्रम में हुए खर्च को लेकर संसद में घिरी सरकार
संसद के शीतकालीन सत्र का आज 12 दिन है। विपक्ष लगातार सरकार को कई मुद्दों के साए में आड़े ले रही है। विपक्षी दल केंद्र की मोदी सरकार को महंगाई, ओमीक्रॉन वेरिएंट, आतंकवाद और कृषि कानून के मुद्दों पर घेरता हुआ मध्यप्रदेश पहुंचा। हाल ही में मध्यप्रदेश में हुए जनजातीय सम्मेलन और टंट्या मामा भील के बलिदान दिवस पर हुए विशाल कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस विधायकों ने सवाल उठाए। विपक्ष ने बिरसा मुंडा जयंती पर मप्र की राजधानी भोपाल में हुए विशाल कार्यक्रम पर हुए खर्च पर सरकार से सवाल किये। उन्होंने सरकार से कार्यक्रम में आदिवासियों को लाने में की गई बसों की व्यवस्था,भोजन और रुकने की व्यवस्था पर हुए खर्च का व्यौरा माँगा।
बता दें कि 15 नवम्बर को मप्र में जनजातीय गौरव दिवस पर भोपाल के जम्बूरी मैदान में ढाई लाख आदिवासियों को सम्मलित किया गया था, जिसमे उन्हें अपने निवास स्थान से कार्यक्रम स्थल तक लाने के लिए सरकार की तरफ से मुफ्त बस सेवा उपलब्ध कराई गई थी। इसके साथ ही उनके रुकने और खाने-पीने का बंदोबस्त भी सरकारी खर्च पर किया गया था। प्रधानमंत्री मोदी के आगमन और इस कार्यक्रम पर शिवराज सरकार के अधिकारीयों ने करीब 30 करोड़ रुपये के खर्च का अनुमान बताया था। जिसे लेकर विपक्ष ने संसद के शीतलीन सत्र पर सवाल किये हैं।
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