Friday, April 25, 2025
Google search engineGoogle search engine
HomeUncategorizedजिला जेल में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से दिया नशे से दूर...

जिला जेल में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से दिया नशे से दूर रहने का संदेश

रायसेन , लोकदेश रिपोर्ट


जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायसेन अनिल कुमार सोहाने के मार्गदर्शन में जिला जेल में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से कैदियों को नशे से दूर रहने का संदेश दिया गया। यह आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायसेन एवं उत्कर्ष नशा मुक्ति केन्द्र रायसेन के सहयोग एवं समन्वय से जिला जेल रायसेन में नषा मुक्ति विषय पर प्रदर्षनी, नुक्कड़ नाटक एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।


कार्यक्रम में अरविंद जैन प्रधान न्यायाधीष कुटुम्ब न्यायालय रायसेन द्वारा नालसा योजना, 2015 के बारें में जानकारी देते हुए बताया कि नवयुवकों, किशोरों एवं बालकों में ड्रग तस्करी एवं दुरूपयोग की असाधारण बढ़ोतरी गंभीर व जटिल निहितार्थ सूचित करती है। जो राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं अर्थव्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित करती है। इस की रोकथाम राज्य के साथ-साथ समाज की सर्वोत्तम प्राथमिकता होनी चाहिए। नशा अपराध का मूल कारण है। उन्होंने व्यक्त किया कि पारिवारिक विवादों में भी मूल कारण नशा होता है। नशे की लत के कारण लोग अपराधों में भी लिप्त हो जाते हैं। इसलिए हमें नशे से दूर रहना चाहिए और जो व्यक्ति किसी भी प्रकार का नशा करते हैं वे दृढ़ इच्छाशक्ति से नशे की लत से मुक्ति पा सकते हैं। श्री जैन ने जेल में निरुद्ध बंदियों को प्रेरित किया कि वे इस कार्यक्रम के माध्यम से यह शपथ ले कि वे जेल से निकलने के बाद नषे जैसे बुरी आदतों से दूर रहेंगे और सभ्य समाज का निर्माण करेंगे।


श्रीमती हर्षिनी यादव, न्यायिक मजिस्ट्रेट एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायसेन द्वारा नषा के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि नशा एक धीमा जहर है जो युवा पीढ़ी के भविष्य को अंधकार में ले जा रहा है। इसके सेवन से मनुष्य का जीवन अंधकार में डूब रहा है। नशे की लत युवाओं को पथभ्रष्ट कर रही है। नशा न केवल व्यक्ति का शारीरिक व मानसिक नुकसान करता है बल्कि उसके परिवार को भी पतन की ओर धकेल देता है। समाज में अपराध की मुख्य वजह नशा ही माना गया है।


कार्यक्रम में वेद प्रकाश शर्मा संचालक उत्कृष्ट नशा मुक्ति केन्द्र डीडीएसी सांची रायसेन द्वारा व्यक्त किया गया कि बीड़ी, सिगरेट, पान मसाला, शराब, चरस, गांजा, भांग नशीली दवाओं आदि के सेवन से व्यक्ति की सोचने समझने की क्षमता समाप्त हो जाती है। उसके स्वास्थ्य में विपरीत प्रभाव पड़ता है, वजन घटता है व व्यक्ति मनौवैज्ञानिक रूप से कमजोर होने लगता है। ऐसी स्थिति में उपचार की आवष्यकता होती है जिसके लिए रिहैबिलिटेषन सेंटर बहुत ही फायदेमंद होते हैं। इस अवसर पर उत्कृष्ट नषा मुक्ति केन्द्र रायसेन द्वारा नषा मुक्ति विषय पर प्रदर्षनी लगायी गयी एवं जेल में निरूद्ध बंदियों द्वारा नषा मुक्ति पर एक नाटक का मंचन भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन श्री वेद प्रकाश शर्मा, संचालक उत्कृष्ट नशा मुक्ति केंद्र रायसेन द्वारा किया गया।


कार्यक्रम में न्यायाधीशगण सहित जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री अनीस उद्दीन अब्बासी, श्री रामकृष्ण चौरे जेल अधीक्षक रायसेन, श्री वेद प्रकाश शर्मा, संचालक उत्कृष्ट नशा मुक्ति केन्द्र रायसेन एवं उनके सहयोगी एवं जेल बंदी उपस्थित रहे।