
ललिता यादव उन दिनों राज्य विधानसभा में एक मौके पर वह फूट-फूटकर रो पड़ीं। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के विधायकों ने उनके लिए अभद्र टिप्पणियां की हैं.
बात तब की है, जब आरोपी विधायकों का एक समूह विधानसभा परिसर में मौजूद था. यादव ने रोते-बिलखते हुए कहा कि उनके रंग-रूप को लेकर की गई टिप्पणी से वह बहुत आहत हैं. शायद तब किसी ने यह भी कहा था कि वो (यादव) क्या ब्यूटी पार्लर से होकर आ रही हैं?
उस समय बेहद भावुक दिखीं ललिता यादव उस समय इस छवि से ठीक अलग दिखती हैं, जब वह अपने तड़कभड़क से भरे माहौल में अपने जन्मदिन का केक काटती हैं. आयोजन स्थल को राजसी अंदाज में सजाया गया है. वहां डीजे पर बज रहे धूमधड़ाके वाले संगीत के बीच ललिता यादव खिलखिलाते हुए जन्मदिन मनाती हैं. वह भी तब, जबकि ऐसा किए जाने से चंद घंटे पहले ही कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने 28 बेगुनाहों की जान ले ली और सारा देश शोक में डूबा हुआ है
22 अप्रैल की शाम से शुरू हुआ जन्मदिन का जश्न और दर्जनों केक काटने के साथ रात एक बजे तक चलता रहा। स्थानीय भाजपा नेताओं की भी भीड़ जश्न में शामिल हुई. इलाके के कई आला अफसर भी इस मौके पर खुशी से भरे हुए नजर आए.
ललिता यादव अब छतरपुर से भाजपा की विधायक हैं और इस सेलिब्रेशन के लिए उनकी घोर आलोचना हो रही है. वह पुलिस वाले भी लोगों के निशाने पर है, जो बाकायदा यूनिफार्म में इस आयोजन के मेहमान बनकर पहुंचे थे
वैसे ललिता यादव आलोचनाओं से डरने वालों में नहीं हैं. वह साहसी हैं और इसके लिए वह भाजपा के अनुशासन को ताक पर रखने से भी नहीं चूकती हैं.
ललिता यादव का यह रूप बीते साल तब कई बार दिखा, जब उन्होंने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार खटीक के खिलाफ मीडिया में खुलकर बयानबाजी की. खटीक टीकमगढ़ सीट से विधायक हैं, जो छतरपुर जिले से लगी हुई है.
ललिता यादव के लिए कहा जाता है कि तब उन्होंने खटीक के खिलाफ भोपाल तक आकर मोर्चा खोला और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा से केंद्रीय मंत्री की शिकायत की थी. इसके बाद ललिता यादव के लिए तब भी सेलिब्रेशन जैसे मौके आ गए, जब उनकी बगावत के बाद खटीक को अपने संसदीय क्षेत्र से सभी सांसद प्रतिनिधियों को हटाना पड़ गया था.
एक जन्मदिन के सेलिब्रेशन का विवाद आगे चाहे जो भी रंग ले, लेकिन सारे देश में छाई शोक की लहर के बीच ललिता यादव ने अपना जन्मदिन मनाने का जो शौक दिखाया, वह कई लोगों को शॉक देने वाली स्थिति में ले आया है
(लोकदेश डेस्क के लिए रत्नाकर त्रिपाठी की रिपोर्ट)