
मामला गंभीर है, लेकिन इसकी चपेट में आए नेताजी की दलील है कि जो हुआ, उनके समर्थकों से हुआ और उनके समर्थकों ने जो किया, वह गलतफहमी में कर दिया।
तो मामला उस लतीफे की तरह है, जिसमें सेना में एक ऐसे इलाके की पलटन भी बन जाती है, जो ऊपर बताए गए नेताजी के समर्थकों जितनी अक्ल ही रखती थी.
यह टुकड़ी लाम पर पहुँची। दुश्मन ने फायरिंग शुरू की तो टुकड़ी के कमांडर गरजे ‘दागो’
कमांडर के इतना कहते ही लाम पर उनकी तरफ वाले हिस्से में सन्नाटा छा गया. कमांडर यह देखकर सन्न रह गए कि उनके सैनिक रफूचक्कर हो गए थे.
कमांडर किसी तरह जान बचाकर छावनी में आए तो पलटन के लोग सुकून से गप्पे मार रहे थे.
कमांडर चिल्लाए, ‘मैंने दागो कहा तो तुम लोग भाग आए!’
जवाब आया, ‘हुजूर…. आपने दागो कहा था! हमने तो ‘भागो’ सुना और भाग आए.’
ऐसा ही इंदौर में हुआ. यहां कांग्रेस के पार्षद अनवर कादरी पहलगाम में हुए आतंकी हमले के खिलाफ अपने समर्थकों के साथ प्रदर्शन कर रहे थे.
इसी दौरान इस भीड़ में ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे भी गूँज गए.
बेचारे कादरी की अब हालत अजीब है. वो यह दलील दे-देकर परेशान हैं कि उन्होंने तो समर्थकों से ‘हिंदुस्तान जिंदाबाद’ और ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारे लगाने के लिए कहा था, लेकिन किसी गलतफहमी के चलते वहाँ शायद पाकिस्तान की जयकार के नारे भी गूँज गए. वैसे पार्षद यह भी कह रहे हैं कि ऐसा कोई नारा वहाँ लगाया ही नहीं गया.
पार्षद की बात का सच तो नहीं पता, लेकिन इंदौर की तीन नंबर सीट से भाजपा विधायक गोलू शुक्ला ने मामले की शिकायत पुलिस से कर दी है. उनका कहना है कि पाकिस्तान के पक्ष में नारे लगाना देशद्रोह है।
(लोकदेश के लिए रत्नाकर त्रिपाठी की रिपोर्ट)