
जब घर में पूजा होती है, तो वातावरण में शांति और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। यह समय न केवल आत्मिक शुद्धि के लिए, बल्कि मानसिक और शारीरिक संतुलन के लिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है। सभी नियमों के पालन करते हुए पूजा पाठ करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। लेकिन कई बार लोग अनजाने में पूजा के ठीक बाद कुछ ऐसे काम कर लेते हैं, जो इस ऊर्जा को प्रभावित कर सकते हैं। अगर आप चाहते हैं कि आपकी पूजा सफल और फलदायी हो, तो इन बातों का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है। आइए जानते हैं पूजा करने के बाद किन कार्यों को करने से परहेज करना चाहिए।

कटु शब्द न बोलें
पूजा के तुरंत बाद अगर आप किसी को अपशब्द कहते हैं या कोसते हैं, तो इसका नकारात्मक प्रभाव सामने आ सकता है। पूजा के दौरान और पूजा के बाद भी अपनी वाणी पर संयम रखना चाहिए।
मांस और मदिरा का सेवन
पूजा के बाद शरीर और मन दोनों पवित्र अवस्था में होते हैं। ऐसे में मांस या शराब का सेवन करना आध्यात्मिक रूप से अनुचित माना जाता है। ऐसा करने से आपकी पूजा विफल हो सकती है।
बाल और नाखून न काटें
यह समय ऊर्जा से भरा होता है, ऐसे में बाल या नाखून काटना शुभ नहीं माना जाता। इससे सकारात्मक ऊर्जा में कमी आ सकती है।
अपमान न करें
पूजा के बाद यदि आप किसी का अपमान करते हैं या रूखा व्यवहार करते हैं, तो इससे पूजा का फल क्षीण हो सकता है। इसलिए आपको नम्रता बनाए रखनी है।
साधु-संतों का निरादर न करें
अगर पूजा के समय कोई संत या साधु आपके घर आता है, तो उनका आदर करना चाहिए है। उन्हें अनदेखा करना या दरवाजे से लौटा देना अशुभ माना जाता है।
भोग ग्रहण न करें
ईश्वर को अर्पित भोग को थोड़ी देर बाद ही श्रद्धा के साथ ग्रहण करना चाहिए। इसे तुरंत खाने से उसका आध्यात्मिक महत्व घट जाता है।
नमक युक्त भोजन न करें
मान्यता है कि पूजा के बाद नमक वाला खाना खाने से शरीर की ऊर्जात्मक अवस्था बिगड़ सकती है। इस समय हल्का और सात्त्विक भोजन ही खाना चाहिए।
तुरंत पैर न धोएं
पूजा के बाद कुछ समय तक उस ऊर्जा को अपने अंदर समाहित रहने दें। इसलिए कहा जाता है कि पूजा के तुरंत स्नान या पैर धोने से बचना चाहिए। ऐसा करने से उसका प्रभाव कम हो सकता है।