
ऑपरेशन सिंदूर के बाद हुए युद्ध विराम के बाद भी पकिस्तान ‘रस्सी जल गई, मगर बल नहीं गए’ वाले तेवर दिखाने पर आमादा है. सीजफायर की घोषणा के कुछ देर बाद ही पाकिस्तान ने एक बार फिर भारतीय ठिकानों पर जमकर गोलाबारी की. नौबत यहाँ तक आ गयी कि भारत को आधी रात को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विश्व समुदाय को पाकिस्तान की ऐसी करतूतों के बारे में बताना पड़ गया.
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने मध्य रात्रि में एक प्रेस वार्ता के दौरान पाकिस्तान से इन उल्लंघनों को दूर करने के लिए ‘‘उचित कदम’’ उठाने और स्थिति से ‘‘गंभीरता और जिम्मेदारी’’ के साथ निपटने का आह्वान किया।
यह बयान विदेश सचिव द्वारा यह घोषणा किए जाने के लगभग पांच घंटे बाद आया कि भारत और पाकिस्तान भूमि, वायु और समुद्र में सभी प्रकार की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाइयों को तत्काल प्रभाव से रोकने के लिए एक समझौते पर पहुंच गए हैं।
शनिवार की शाम छह बजे मिसरी ने मीडिया को एक संक्षिप्त घोषणा में बताया कि दोनों देशों के सैन्य अभियान महानिदेशकों (डीजीएमओ) ने आज एक बातचीत के दौरान इस समझौते पर सहमति व्यक्त की।
भारत और पाकिस्तान द्वारा सैन्य कार्रवाई रोके जाने संबंधी निर्णय को सबसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से सार्वजनिक किया था तथा दावा किया था कि दोनों पक्षों के बीच वार्ता अमेरिका की मध्यस्थता से हुई।
हालांकि, शीर्ष सरकारी सूत्रों ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह परिणाम भारतीय और पाकिस्तानी पक्षों के बीच प्रत्यक्ष बातचीत का नतीजा है और इस्लामाबाद ने ‘‘बिना किसी पूर्व शर्त, बिना किसी बाद की शर्त और अन्य मुद्दों से किसी संबंध के बिना’’ इस पर सहमति जताई है।
देर रात प्रेस वार्ता में विदेश सचिव ने कहा कि पाकिस्तान ने सहमति का उल्लंघन किया है और सशस्त्र बलों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर सीमा उल्लंघन की किसी भी पुनरावृत्ति की घटना से सख्ती से निपटें।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले कुछ घंटों से भारत और पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशकों के बीच आज बनी सहमति का बार-बार उल्लंघन हो रहा है।’’ मिसरी ने कहा, ‘‘यह आज पूर्व में हुई सहमति का उल्लंघन है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सशस्त्र बल इन उल्लंघनों का पर्याप्त और उचित जवाब दे रहे हैं तथा हम इन उल्लंघनों को बहुत गंभीरता से लेते हैं।’’ विदेश सचिव ने कहा कि सशस्त्र बल स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हम पाकिस्तान से इन उल्लंघन से बचने के लिए उचित कदम उठाने तथा स्थिति से गंभीरता और जिम्मेदारी के साथ निपटने का आह्वान करते हैं।’’
विदेश सचिव ने कहा, ‘‘सशस्त्र बल स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं। उन्हें अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ-साथ नियंत्रण रेखा पर सीमा उल्लंघन की किसी भी घटना की पुनरावृत्ति होने पर सख्ती से निपटने के निर्देश दिए गए हैं।’’
(लोकदेश डेस्क/एजेंसी। नई दिल्ली)