
पहलगाम के आतंकवादी हमले में 26 गैर-मुस्लिमों की हत्या के बाद भारत ने पाकिस्तान में आतंकियों के ठिकानों पर जोरदार एयर स्ट्राइक की. मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किये, जिनमें आतंकवादी समूह लश्कर-ए-मोहम्मद का गढ़ बहावलपुर भी शामिल है
रक्षा मंत्रालय ने देर रात 1.44 बजे एक बयान में कहा कि सैन्य हमले ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ के तहत किए गए। इसमें कहा गया है कि भारतीय सशस्त्र बलों की कार्रवाई ‘केंद्रित, नपी-तुली रही है तथा यह ध्यान रखा गया है कि यह और बढ़े
यह समाचार लिखने तक इस ब्योरे की प्रतीक्षा है कि भारतीय सेना के इस पलटवार में पाकिस्तान और उसके पालतू आतंकियों को कितना नुकसान हुआ है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देर रात सोशल मीडिया पर लिखा ‘भारत माता की जय’
इसके बाद भारतीय सेना के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर भी लिखा गया, ‘न्याय हुआ’
भारत ने यह मुंहतोड़ उत्तर देने के साथ ही बुधवार को देश के कई हिस्सों में पाकिस्तान के साथ युद्ध की स्थिति से बचने के लिए मॉक ड्रिल के बंदोबस्त किए हैं. ( छायाचित्र में दिल्ली के एक स्कूल में मॉक ड्रिल करती छात्राएं)
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारतीय मिसाइल हमलों को ‘युद्ध की कार्रवाई’ करार दिया और कहा कि उनके देश को ‘उचित जवाब’ देने का पूरा अधिकार है।
भारत की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ‘कुछ देर पहले, भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में उन आतंकवादी बुनियादी ढांचे पर हमला करते हुए ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ शुरू किया, जहां से भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों का मंसूबा बनाया गया और इसे निर्देशित किया गया।’
इसमें कहा गया, ‘किसी भी पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया गया है। भारत ने लक्ष्य के चयन और क्रियान्वयन के तरीके में काफी संयम दिखाया है।’
सूत्रों ने कहा कि सभी नौ ठिकानों पर हमले सफल रहे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की बारीकी से निगरानी की।
अधिकारियों ने बताया कि जिन नौ ठिकानों को निशाना बनाया गया उनमें बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय शामिल है। ये दोनों पाकिस्तान के पंजाब में हैं।
भारत की यह कार्रवाई 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के दो सप्ताह बाद आई है। हमले में 26 लोग मारे गए थे जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। रक्षा मंत्रालय के बयान में कहा गया, ‘ये कदम बर्बर पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर उठाए गए हैं जिसमें 25 भारतीयों और एक नेपाली नागरिक की हत्या कर दी गई थी।’ इसमें कहा गया, ‘हम इस प्रतिबद्धता पर कायम हैं कि हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाएगा।’
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा कि भारत की ओर से पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के कोटली और मुजफ्फराबाद तथा बहावलपुर में मिसाइल हमले किए गए।
सूत्रों ने कहा कि ऑपरेशन के बाद भारत ने अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, यूएई और सऊदी अरब सहित कई प्रमुख देशों से संपर्क किया और उन्हें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर सैन्य हमले के बारे में जानकारी दी।
एक सूत्र ने कहा, ‘वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों ने कई देशों में अपने समकक्षों से बात की है और उन्हें भारत द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी है।’ यह ऑपरेशन प्रधानमंत्री मोदी द्वारा पहलगाम आतंकी हमले का जवाब देने के लिए सशस्त्र बलों को पूरी छूट देने के कुछ दिनों बाद हुआ।
शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक में प्रधानमंत्री ने बीते 29 अप्रैल को पहलगाम आतंकवादी हमले की प्रतिक्रिया के तरीके, लक्ष्य और समय पर निर्णय लेने के लिए सशस्त्र बलों को पूरी छूट दी थी। मोदी ने ‘आतंकवाद पर करारा प्रहार’ करने के राष्ट्रीय संकल्प पर भी जोर दिया था।
(लोकदेश डेस्क/ एजेंसी। नई दिल्ली)