
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान की शह पर हुए आतकंवादी हमले के कोहराम के बीच एक परिवार ऐसा भी है, जो अपने एक सदस्य की इसी पाकिस्तान में गिरफ्तारी के बाद चैन से सो नहीं पा रहा. परिवार के सदस्यों की यही गुहार है कि कैसे भी करके उनके बेटे को जल्द से जल्द छुड़ाया जाए.
बात हो रही है सीमा सुरक्षा बल यानी बीएसएफ के जवान पीके साहू की, जो जिन्हें पंजाब में अनजाने में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करने के बाद पाकिस्तान रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया है. साहू का परिवार उनके लौटने का बेसब्री से इंतजार कर रहा है।
हिरासत में लिए गए जवान के पिता भोलानाथ साहू ने कहा कि उनके बेटे की बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर ने बृहस्पतिवार रात उन्हें फोन करके बताया कि उसकी सुरक्षित रिहाई के लिए बीएसएफ और पाक रेंजर्स के अधिकारियों के बीच ‘‘फ्लैग मीटिंग’’ हो रही है।
साहू ने कहा, ‘‘मेरा बेटा देश की सेवा कर रहा है और मुझे यकीन है कि उसकी सुरक्षित रिहाई के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।’’
साहू ने कहा, ‘‘मेरा बेटा कहां है, मुझे अब तक इसकी कोई और जानकारी नहीं मिली है।’’
उन्होंने कहा कि उनका बेटा होली के दौरान छुट्टियों में घर आया था और करीब तीन हफ्ते पहले काम पर वापस चला गया था।
पंजाब में फिरोजपुर सीमा पर बीएसएफ की 182वीं बटालियन में तैनात साहू को बुधवार को पाकिस्तान रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया था।
पेड़ के तरफ बढे और लपकी पकिस्तान की सेना
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, घटना के समय जवान वर्दी में था और उसके पास सर्विस राइफल थी। हुगली के रिसड़ा के हरिसभा इलाके के रहने वाले साहू कथित तौर पर सीमा के पास किसानों के एक समूह के साथ थे। वह एक पेड़ के नीचे आराम करने के लिए आगे बढ़ गए और अनजाने में पाकिस्तान के क्षेत्र में चले गए, जहां उन्हें पकड़ लिया गया।
पत्नी रजनी हुईं बेसुध
बीएसएफ जवान की पत्नी रजनी अपने सात साल के बेटे और साहू के माता-पिता के साथ रिसड़ा में रहती है। रजनी घटना के बारे में जानने के बाद से ही बेसुध हैं। रजनी ने कहा कि उन्होंने अपने पति से आखिरी बार मंगलवार रात को बात की थी और परिवार चाहता है कि वह जल्द से जल्द वापस आ जाएं।
(लोकदेश डेस्क/एजेंसी। कोलकाता)