Wednesday, May 28, 2025
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दिल की दुश्मन दिल्ली; सीने में जलन, आँखों में तूफ़ान-सा क्यों है ? इस शहर में……

शहरयार साहब की मशहूर ग़ज़ल है, ‘सीने में जलन, आँखों में तूफ़ान-सा क्यों हैं? इस शहर में हर शख्स परेशान-सा क्यों है?’ तो साहब शहरयार जी का यही शहर फ़िलहाल दिल्ली है, जहां हवा इतनी ख़राब हो गयी है कि लोगों के लिए सांस लेना भी मुश्किल जान पड़ रहा है. 

देश की  राष्ट्रीय राजधानी में रात भर धूल भरी आंधी चलने के बाद गुरुवार की सुबह शहर में धूल की एक परत छा गई, जिससे दृश्यता कम हो गई और हवा की गुणवत्ता में गिरावट आई।  भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, धूल भरी आंधी 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलने वाली तेज हवाओं के कारण आई।

आंधी के बाद बुधवार रात 10 बजे से 11:30 बजे तक आईजीआई हवाई अड्डे पर दृश्यता 4,500 मीटर से घटकर 1,200 मीटर रह गई थी।  

तूफान के बाद से, हवा तीन से सात किमी प्रति घंटे की गति से चल रही है जिससे धूल के कणों का फैलाव रुक गया है। इसके परिणामस्वरूप, दृश्यता खराब बनी हुई है, जो सफदरजंग और पालम हवाई अड्डों पर 1,200 से 1,500 मीटर के बीच कम-ज्यादा हो रही है।  

धूल भरी आंधी ने दिल्ली की वायु गुणवत्ता को प्रभावित किया और पिछले कुछ सप्ताहों तक मध्यम श्रेणी में रहने के बाद वायु गुणवत्ता सूचकांक खराब श्रेणी में पहुंच गया है।  केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, सुबह आठ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 236 दर्ज किया गया जो खराब श्रेणी में है।  

सीपीसीबी के अनुसार, शून्य से 50 के बीच एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है। 

 मौसम विभाग ने दिन में तेज हवाएं चलने का अनुमान जताया है।

(लोकदेश डेस्क/एजेंसी। नई दिल्ली)