
वो कहते हैं ना कि भक्ति में अपार शक्ति होती है. तो ऐसे ही एक भक्त ने अपनी आर्थिक शक्ति का बड़ा परिचय दिया है.
आँध्रप्रदेश के तिरुमाला में स्थित तिरुपति मंदिर में एक भक्त ने तीन करोड़ तिरसठ लाख रुपए के सोने के आभूषण दान किए हैं.
इस समाचार से लोकदेश का आशय दान को लेकर किसी की महानता के उल्लेख का नहीं है.
भगवान तो भक्तों की रूखी-सूखी लेकिन सच्ची श्रद्धा के प्रेमी होते हैं. जो सारे संसार को देता हो, उसे भला किसी से कुछ लेने की क्या जरूरत है?
इसीलिए तो यदि इस बड़े दान की बात सुनकर आँख चौड़ी हो जाती है तो आँख निर्धन भक्ति की महानता से भी नम हो उठती है. उस समय, जब एक फिल्म में पात्र भगवान से कहता है, ‘तुझे और क्या दूँ? मैं ठहरा भिखारी, दरस तेरे मांगे ये तेरा पुजारी।’
तो श्रद्धा के अलग-अलग रूपों के बीच आगे की बात यह कि पश्चिम बंगाल के कोलकाता के संजीव गोयनका ने 5.2 किलोग्राम हीरे और रत्न जड़ित आभूषण दान किए, जिनकी कीमत 3.63 करोड़ रुपये है।
मंदिर प्रबंधन की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि शुक्रवार को तिरुमाला में श्री वेंकटेश्वर स्वामी को स्वर्ण आभूषण चढाए गए।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि आभूषण तिरुमाला के रंगनायकुला मंडपम में तिरुमला तिरुपति देवस्थानम यानी टीटीडी के अतिरिक्त कार्यकारी अधिकारी वेंकैया चौधरी को सौंप दिए गए। गोयनका आईपीएल दो हजार पच्चीस में लखनऊ सुपरजाइंट्स के मालिक हैं.
(लोकदेश डेस्क/एजेंसी। तिरुमाला)