
ऑपरेशन सिंदूर में भारत के हाथ करारा झटका खाने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ टुकुर-टुकुर वाले अंदाज में निहार रहे है. शरीफ को यकीन है कि पाकिस्तान को ट्रंप के रूप में द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी को फिर से मजबूत करने के लिए एक नया नेता मिल गया है।
शहबाज ने कहा कि वह ‘‘राष्ट्रपति ट्रंप के मार्गदर्शक नेतृत्व और वैश्विक शांति के प्रति उनकी प्रतिबद्धता तथा दक्षिण एशिया में स्थायी शांति लाने में बड़ी भूमिका निभाने के उनके बहुमूल्य प्रस्ताव के लिए अत्यंत आभारी हैं।’’
उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब कुछ घंटे पहले ही ट्रंप ने रविवार को ‘संघर्षविराम’ पर पहुंचने के लिए भारत और पाकिस्तान के ‘‘मजबूत’’ नेतृत्व की प्रशंसा की थी और कश्मीर मुद्दे पर ‘‘समाधान’’ के लिए उनके साथ मिलकर काम करने की पेशकश की।
भारत ने हमेशा यह कहा है कि कश्मीर मुद्दा द्विपक्षीय मामला है और इसमें किसी तीसरे पक्ष के लिए कोई जगह नहीं है। शहबाज ने कहा कि पाकिस्तान और अमेरिका दशकों से साझेदार रहे हैं, जिन्होंने आपसी हितों की रक्षा और इन्हें बढ़ावा देने के साथ-साथ दुनिया के महत्वपूर्ण हिस्सों में शांति एवं सुरक्षा के लिए मिलकर काम किया है।
शहबाज ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रूप में, पाकिस्तान को एक बेहतरीन साझेदार मिला है जो हमारी रणनीतिक साझेदारी को फिर से मजबूत कर सकता है और न केवल व्यापार और निवेश में बल्कि सहयोग के अन्य सभी क्षेत्रों में पाकिस्तान-अमेरिका संबंधों को मजबूत कर सकता है।’’
(लोकदेश डेस्क/एजेंसी। इस्लामाबाद)