
बांग्लादेश में एक बड़ा घटनाक्रम हुआ है और यह निश्चित ही पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के लिए और भी कड़े हालात का सबब बन सकता है.
पड़ोसी देश की अंतरिम सरकार ने शेख हसीना की पार्टी ‘अवामी लीग’ पर प्रतिबंध लगा दिया है. यह कार्यवाही इसलिए और भी गंभीर है कि ऐसा इस देश के आतंकवाद विरोधी कानून के तहत किया गया है.
बांग्लादेश में तख्तापलट की शुरूआत होते ही हसीना बीते साल देश छोड़कर भारत आ गई थीं. तब से लेकर अब तक वो गंभीर किस्म के खतरों का सामना कर रही हैं.
मोहम्मद यूनुस बांग्लादेश की मौजूदा सरकार के सर्वेसर्वा हैं. उन्होंने शनिवार की शाम अवामी लीग पर प्रतिबंध को मंजूरी दे दी.
इससे पहले शुक्रवार को ही बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने कहा था कि वह अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी ‘अवामी लीग’ पर प्रतिबंध लगाने के बारे में ‘जल्द फैसला’ लेगी।
प्रतिबंध को लेकर यूनुस की अध्यक्षता में हुई बैठक में आईसीटीकानून में भी बदलाव किया गया, जिससे अब किसी भी राजनीतिक पार्टी और उसके संगठनों पर मुकदमा चलाया जा सकता है।
यानी शेख हसीना सहित उनकी पार्टी के लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही का रास्ता अब और आसान हो गया है.
यूनुस के कार्यालय ने कहा, इस संबंध में आधिकारिक राजपत्र अधिसूचना अगले कार्य दिवस पर जारी की जाएगी।
बयान में कहा गया कि यह प्रतिबंध तब तक लागू रहेगा जब तक अवामी लीग और उसके नेताओं के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (आईसीटी) में चल रही सुनवाई पूरी नहीं हो जाती, ताकि देश की सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा की जा सके।
सरकार ने यह भी कहा कि यह फैसला 2024 के जुलाई में हुए आंदोलन के नेताओं और कार्यकर्ताओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है। इसके अलावा, यह फैसला अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण में मुकदमा चलाने वाले शिकायतकर्ताओं और गवाहों की सुरक्षा के लिए भी लिया गया है।
(लोकदेश डेस्क/एजेंसी। ढाका)