
नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज और निजी बैंकों के शेयरों में तेज उछाल और विदेशी पूंजी प्रवाह के कारण भारतीय बाजार में गिरावट का दौर सोमवार को थम गया। सोमवार को बीएसई सेंसेक्स 1,006 अंक की बढ़त के साथ 80,000 अंक से ऊपर बंद हुआ। रुपया सोमवार को 38 पैसे की बढ़त के साथ 85.03 के स्तर पर बंद हुआ।तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 1,005.84 अंक या 1.27 प्रतिशत उछलकर 80,218.37 अंक पर बंद हुआ। इसमें से 23 शेयर लाभ में रहे और सात शेयर नुकसान में रहे। कारोबार के दौरान यह 1,109.35 अंक या 1.40 प्रतिशत बढ़कर 80,321.88 अंक पर पहुंच गया। एनएसई निफ्टी 289.15 अंक या 1.20 प्रतिशत बढ़कर 24,328.50 पर बंद हुआ। आईटी को छोड़कर सभी प्रमुख क्षेत्रों ने इस तेजी में भाग लिया, जिसमें फार्मा, ऊर्जा और ऑटो सबसे अधिक लाभ में रहे।
किन शेयरों में दिखी चाल?
रिलायंस इंडस्ट्रीज 5.27 प्रतिशत की बढ़त के साथ सेंसेक्स के शेयरों में सबसे अधिक लाभ में रही। तेल से लेकर खुदरा क्षेत्र की इस दिग्गज कंपनी ने मार्च तिमाही में शुद्ध लाभ में 2.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो बाजार अनुमानों से अधिक है। इस उछाल के साथ कंपनी के बाजार मूल्यांकन में 92,629.1 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई। कंपनी ने मार्च तिमाही में अपना शुद्ध मुनाफा 2.4 प्रतिशत बढ़ने की जानकारी दी है।
महिंद्रा और महिंद्रा के शेयरों में 2.29 प्रतिशत का उछाल दिखा। ऑटो क्षेत्र की कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा ने एसएमएल इसुजु के 555 करोड़ रुपये के अधिग्रहण की घोषणा की और कहा कि यह अधिग्रहण कंपनी के लिए एक बेहतर रणनीतिक फैसला है, जो इसे और मजबूत स्थिति में लाएगा। दूसरी ओर, एसएमएल इसुजु लिमिटेड के शेयरों में 10 प्रतिशत की गिरावट आई।
सन फार्मा, टाटा स्टील, भारतीय स्टेट बैंक, एक्सिस बैंक, टाटा मोटर्स, लार्सन एंड टूब्रो और आईसीआईसीआई बैंक भी सेंसेक्स में लाभ में रहे। एचसीएल टेक, अल्ट्राटेक सीमेंट, नेस्ले और हिंदुस्तान यूनिलीवर पिछड़ने वालों में शामिल थे। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 2,952.33 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार में बीते हफ्ते किया ₹17425 करोड़ की खरीदारी
विदेशी निवेशकों ने पिछले सप्ताह देश के शेयर बाजारों में 17,425 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इससे पहले 18 अप्रैल को समाप्त अवकाश-रहित सप्ताह में 8,500 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ था। उन्होंने कहा, “घरेलू बाजार ने पिछले सप्ताह के अंतिम दो दिनों में हुई हानि से उबर लिया है, जो सीमा पर तनाव के कारण हुई थी।”
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “एफआईआई की ओर से निरंतर खरीदारी और आरआईएल के बेहतर नतीजों ने भी निवेशकों की धारणा को बढ़ावा दिया। डॉलर के कमजोर होने और अमेरिका में मुद्रास्फीति के दबाव के कारण एफआईआई घरेलू बाजार की ओर आकर्षित हो सकते हैं।” बीएसई मिडकैप सूचकांक 1.34 प्रतिशत और स्मॉलकैप सूचकांक 0.39 प्रतिशत चढ़ा।
क्षेत्रीय सूचकांकों में सोमवार को कैसा रहा कारोबार?
बीएसई के क्षेत्रीय सूचकांकों में ऊर्जा (3.02 प्रतिशत), तेल एवं गैस (2.90 प्रतिशत), पूंजीगत वस्तुएं (1.93 प्रतिशत), स्वास्थ्य सेवा (1.60 प्रतिशत), धातु (1.59 प्रतिशत), बैंकेक्स (1.53 प्रतिशत) और रियल्टी (1.41 प्रतिशत) में तेजी रही। आईटी और बीएसई फोकस्ड आईटी में गिरावट रही।