
मुंबई ।कोटक अल्टरनेट एसेट मैनेजर्स की एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि आने वाले महीनों में दुनिया की इकोनॉमिक ग्रोथ में कमी आने वाली है. अमेरिका और चीन जैसी बड़ी अर्थव्यवस्थाएं भी मंदी का शिकार हो सकती हैं. रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में 90 बेसिस पॉइंट की गिरावट आने की संभावना है, जबकि चीन की ग्रोथ में 60 बेसिस पॉइंट्स की कमी आ सकती है. हालांकि, इसके विपरीत भारत के सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में अपनी स्थिति को बनाए रखने की संभावना है।
देश का मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर हुआ मजबूत
भारतीय अर्थव्यवस्था की इस मजबूती के बीच उसकी तेज होती मैन्युफैक्चरिंग एक्टिविटी है. भारत अपनी विनिर्माण क्षमता पर फोकस कर रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक, देश की परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) नंबर लगातार तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, जो इसे दुनिया के कई दूसरे देशों से अलग रखता है. कई दूसरे पैमानों से मिले-जुले संकेतों के मिलने के बावजूद भारत का व्यापक आर्थिक परिदृश्य स्वस्थ बना हुआ है. इस बीच कर्ज में भी कमी आई है और सरकारी खर्च भी कुछ कम हुआ है, जिससे अर्थव्यवस्था को सहारा मिल रहा है।
मानसून में अधिक बारिश से भी मिलेगी मदद
गौरतलब है कि इस साल देश में मानसून में सामान्य से ज्यादा बारिश का अनुमान लगाया गया है. इससे ग्रामीण क्षेत्रों की मांगों में वृद्धि होने और महंगाई में कमी आने की संभावना है. इससे देश के एग्रीकल्चर सेक्टर को वक्त पर मदद मिल सकेगी।
भारतीय शेयर बाजार का जोरदार कमबैक
रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि भले ही वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही की आय उम्मीद से कम रही हो और पाकिस्तान के साथ भू-राजनीतिक तनाव बढ़ रहा हो, लेकिन भारतीय शेयर बाजार ने हालिया गिरावट के बाद जोरदार वापसी की है. घरेलू निवेशक भारतीय शेयरों पर जमकर पैसा लगा रहे हैं. विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) भी लगातार दूसरे महीने जमकर खरीदारी कर रहे हैं. हालांकि, रिपोर्ट में इस बात की भी चेतावनी दी गई है कि जारी भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं के कारण निकट भविष्य में बाजार अस्थिर रह सकता है।