
मुंबई। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्मार्टफोन, कम्प्यूटर समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामानों में टैरिफ पर छूट दिए जाने के साथ ही मैक्सिको, कनाडा और अन्य देशों से आने वाले वाहनों और उनके पुर्जों पर लगने वाले शुल्क में संशोधन पर विचार करने के संकेत से विश्व बाजार समेत स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा लिवाली की बदौलत मंगलवार को बड़ी तेजी रही। सेंसेक्स 1578 अंक चढक़र 76,735 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी में भी 500 अंक से ज्यादा की तेजी रही, ये 23,329 के स्तर पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 28 में तेजी रही। इंडसइंड बैंक में 6.70 फीसदी, टाटा मोटर्स में 4.61 फीसदी, लार्सन एंड टुब्रो में 4.50 फीसदी, एक्सिस बैंक में 4.23 फीसदी, अडाणी पोट्र्स में 4.13 फीसदी की तेजी रही। निफ्टी के 50 शेयरों में से 49 में तेजी रही।

एनएसई के सेक्टोरल इंडाइसेज में सबसे ज्यादा तेजी रियल्टी में 5.64 फीसदी, ऑटो में 3.39 फीसदी, फाइनांशियल सर्विसेज में 3.28 फीसदी, मेटल में 3.20 फीसदी और मीडिया में 2.97 फीसदी की रही। 14 अप्रैल को अमरीका का डाउ जोन्स 312 अंक, नैस्डेक कंपोजिट 107 अंक और एसएंडपी 500 इंडेक्स 42 अंक चढक़र बंद हुए। एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई 285 अंक चढक़र 34,267 पर बंद। कोरिया के कोस्पी में 21 अंक की तेजी रही, ये 2,477 पर बंद हुआ। चीन का शंघाई कंपोजिट में 0.15त्न की गिरावट है, ये 3,268 पर कारोबार कर रहा है। हॉन्गकॉन्ग के हैंगसेंग इंडेक्स 0.23 फीसदी चढक़र 21,466 पर बंद। 11 अप्रैल को विदेशी निवेशकों ने 2,519.03 करोड़ के शेयर बेचे। जबकि भारतीय यानी घरेलू निवेशकों ने 3,759.27 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे।
अमरीकी टैरिफ से 90 दिन की राहत
नौ अप्रैल को चीन को छोडक़र अन्य सभी देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ को 90 दिनों के लिए टालने के अमरीकी राष्ट्रपति के फैसले के बाद वहां का बाजार 12 फीसदी चढक़र बंद हुआ था। वहीं, अगले दिन सुबह यानी, 10 अप्रैल को एशियाई बाजारों में 10 फीसदी तक की तेजी आई।
भारत-अमरीका ट्रेड डील होने की उम्मीद
90 दिनों की अस्थायी राहत से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते के बारे में चल रही चर्चाओं को गति मिलने की उम्मीद है। भारत के विपरीत चीन को टैरिफ में छूट नहीं दी गई है। इससे भारतीय एक्सपोर्टर्स को शॉर्ट टर्म में कॉम्पिटिटिव एडवांटेज मिल सकता है।