Wednesday, April 30, 2025
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अमेरिका रूस-यूके्रन शांति समझाौते से बनाएगा दूरी

विदेश मंत्री का बड़ा बयान

वॉशिंगटन।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूस और यूक्रेन के बीच शांति समझौता कराने की अपनी कोशिश से पीछे हट सकते हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने शुक्रवार को इसके संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि अगर समझौता होने के स्पष्ट संकेत नहीं मिलते हैं तो फिर ट्रंप इससे अलग होने का रास्ता अपनाएंगे।
उन्होंने बताया है कि कुछ दिनों में ही यह तय हो जाएगा कि रूस और यूक्रेन के बीच शांति समझौता हो सकता है या नहीं। इसी आधार पर डोनाल्ड ट्रंप भी आगे का अपना फैसला लेंगे। रुबियो ने पेरिस में यूरोपीय और यूक्रेनी नेताओं से मिलने के बाद यह बयान दिया है।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, ‘रूस-यूक्रेन के बीच शांति समझौते में ट्रंप को बहुत दिलचस्पी है। उन्होंने इस पर अपना काफी समय और एनर्जी खर्च की है लेकिन दूसरे भी महत्वपूर्ण मुद्दे उनके सामने हैं, जिन पर ध्यान देना जरूरी है। रुबियो का बयान यूक्रेन युद्ध के मुद्दे पर अमेरिका की निराशा को दिखाता है। इस मुद्दे पर लगातार कोशिशों के बावजूद अमेरिका को कामयाबी नहीं दिख रही है।
यूक्रेन में युद्ध रोकने में असफल रहना ट्रंप के सपने के टूटने जैसा होगा। डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव से समय से ही इस मुद्दे को उठाया था। उन्होंने अमेरिका का प्रेसीडेंट बनने के बाद 24 घंटे में युद्ध रोकने की बात कही थी लेकिन रूस और यूक्रेन के नेताओं से लगातार संपर्क साधने के बावजूद वह अभी तक लड़ाई नहीं रोक सके हैं। ट्रंप की तमाम कोशिशों को बावजूद यूक्रेन में जंग जारी है। ऐसे में उनकी हताशा बढ़ती दिख रही है।अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने जनवरी में पद संभालने के बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की पर सख्त रुख अपनाया था। दोनों के बीच वाइठ हाउस में कहासुनी तक हो गई थी। हालांकि बीते कुछ दिन से डोनाल्ड ट्रंप रूस पर सख्त दिख रहे हैं। हाल ही में यूक्रेनी शहर सुमी पर रूस के बैलिस्टिक मिसाइल हमले पर ट्रंप ने सख्त बयान दिया था। उन्होंने इस हमले को रूस की गलती कहा था, जिसमें 34 लोग मारे गए। डोनाल्ड ट्रंप ने रूस पर यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए सीजफायर समझौते में बाधा डालने का आरोप लगाया है। ट्रंप ने हाल ही में कहा था कि रूस सीजफायर की कोशिशों में बाधा डालेगा तो रूसी तेल पर 25 से 50 प्रतिशत सेकेंडरी टैरिफ लगा देंगे।