
अपने दूसरे कार्यकाल में किसी उन्माद से भरे दिख रहे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्यापार नीतियों से कई जगह खलबली है.भारत का एल्यूमिनियम उद्योग भी इससे अछूता नहीं रहा है.
ट्रंप ने 30 मई को घोषणा की थी कि वह चार जून से एल्युमीनियम आयात पर मौजूदा 25 प्रतिशत शुल्क को दोगुना कर देंगे।
एल्युमीनियम उद्योग के निकाय एएआई ने कहा है कि ट्रंप की इस घोषणा से भारतीय विनिर्माताओं को नुकसान होगा। एएआई ने कहा कि उद्योग पहले ही सस्ता आयात बढ़ने के कारण दबाव में है।
भारतीय एल्युमीनियम संघ (एएआई) ने कहा, ‘‘ट्रंप द्वारा घोषित 50 प्रतिशत शुल्क से भारतीय एल्युमीनियम उद्योग को नुकसान होगा, जो पहले से ही सस्ता आयात बढ़ने से दबाव में है।’’
देश के लिए इस धातु का रणनीतिक महत्व है और यह रक्षा, वैमानिकी, ऊर्जा बदलाव, दूरसंचार, बिजली और निर्माण जैसे उद्योगों के लिए महत्वपूर्ण है।
एएआई ने कहा कि प्राथमिक एल्युमीनियम और खराब गुणवत्ता वाले कबाड़, दोनों ही बड़ी मात्रा में देश में आ रहे हैं, जिससे घरेलू कीमतों पर दबाव पड़ रहा है।
उद्योग निकाय ने कहा कि सरकार ने कुछ इस्पात आयात पर 12 प्रतिशत का शुरुआती रक्षोपाय शुल्क की घोषणा की है, और एल्युमीनियम उद्योग के लिए भी इसी तरह का शुल्क होना चाहिए।
(लोकदेश डेस्क/एजेंसी।नई दिल्ली)