
मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के मुखर प्रवक्ता नरेंद्र सिंह सलूजा नहीं रहे. मंगलवार रात एक आयोजन में उनकी अचानक तबीयत बिगड़ी और बुधवार की दोपहर उन्होंने अंतिम सांस ली.
अपने जोरदार सियासी बयानों और दोस्ताना अंदाज से सभी के बीच अलग पहचान बनाने वाले सलूजा के अचानक निधन से सभी स्तब्ध हैं. उन्हें दिल का दौरा पड़ा था.
दिल का दौरा पड़ने के लक्षणों को नजरअंदाज करना सलूजा के लिए जीवन की आख़िरी गलती साबित हुआ.
सलूजा मंगलवार की रात भोपाल से लगे सीहोर जिले में एक समारोह में शामिल होने गए थे. जहां उन्होंने तबीयत में खराबी की शिकायत की. उन्हें सीने में दर्द हो रहा था. सलूजा ने इसे गैस की वजह समझा और गैस की एक दवाई खाकर सीहोर से इंदौर रवाना हो गए.
इंदौर में सलूजा की तबीयत फिर बिगड़ी और वो बेहोश हो गए. उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सलूजा लंबे समय तक कांग्रेस में रहे. वह पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया संयोजक भी रहे थे.
बाद में कमलनाथ से मतभेद के चलते सलूजा ने अचानक कांग्रेस छोड़ी और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए.
सलूजा ने भाजपा में भी अपनी सियासी क्षमताओं का जोरदार परिचय दिया और पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता जैसे महत्वपूर्ण पद पर पहुँचने में सफल रहे
नरेंद्र सलूजा अपने प्रखर विचारों और चुटीले व्यंग्यों के लिए जाने जाते थे. केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और कमलनाथ सहित बड़ी संख्या में लोगों ने सलूजा के निधन पर शोक जताया है.
(लोकदेश समाचार। इंदौर/भोपाल)