Saturday, May 10, 2025
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छत्तीसगढ़ की सफलता से सुलगे इस पूर्व मुख्य्मंत्री के हाथ भी ऐसे जल गए

देश में एक समय की बहुचर्चित और प्रतिष्ठित पत्रिका ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के लिए लिखा था कि वो किसी भी समय समूचे समर्थकों के साथ इधर से उधर पलटी मारने के लिए ‘कुख्यात’ हैं. 

भजनलाल न ऐसे पहले ‘घाघ’ थे और न ही आख़िरी। उनके कई पूर्ववर्ती यह बता गए कि सियासत में ‘थूक कर चाटना’ किसे कहते हैं. उनके बाद भी कई ऐसे लोग मिले। जिनमें फिलहाल के चंद्रशेखर राव का नाम बेशक लिया जा सकता है. 

केसीआर के नाम से पहचाने जाने वाले राव राजनीति में घाट-घाट का पानी पीने के लिए कुख्यात हैं और तेलंगाना के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं

केसीआर भले ही ‘चंट’ राजनीतिज्ञ हैं, लेकिन उन्होंने घनघोर किस्म के अंधविश्वासी होने के रूप में भी खासी चर्चा हासिल की है. 

मसलन, मुख्यमंत्री रहते हुए यदि उनकी कार पर कोई पक्षी बैठ गया तो उन्होंने उस कार से हमेशा के लिए नाता तोड़ दिया। दक्षिण भारत भले ही बहुत बड़े सन्दर्भ में विकसित हो. लेकिन केसीआर इसी अंचल के तेलंगाना के मुख्यमंत्री रहते हुए अपने शौक और अंधविश्वास के लिए राज्य के खजाने को बेदर्दी से लूटने के लिए आज भी पूरी बदनामी के साथ याद किए जाते हैं. 

इन्हीं केसीआर के एक बयान पर अब तीखी प्रतिक्रिया हुई है. दरअसल इन महाशय ने छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ चल रहे प्रभावी अभियान पर चिंता जाहिर की है.

केसीआर ने कहा है कि  छत्तीसगढ़ सरकार ऑपरेशन कगार के नाम पर राज्य के युवा और आदिवासियों का नरसंहार कर रही है. 

नक्सलवाद को बढ़ावा देने वाली केसीआर की यह बात उस समय आई है, जब छत्तीसगढ़ में सरकार ने नक्सलियों के सफाये के लिए व्यापक अभियान छेड़ रखा है. बीते दो सप्ताह में नक्सलियों की कमर ऐसी टूटी कि उन्हें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से शांति वार्ता की अपील करने के लिए मजबूर होना पड़ा है. 

केसीआर ने यह बयान चाहे जो सोचकर दिया हो, लेकिन छत्तीसगढ़ में मुख्य विपक्ष कांग्रेस ने ही उन्हें इसके लिए जमकर लताड़ा है. 

छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री धनेन्द्र साहू ने राव के लिए  कहा, “नक्सलवाद को खत्म करना चाहिए, इसमें सभी का समर्थन है। लेकिन केसीआर नक्सलियों की भाषा बोल रहे हैं। उन्हें तेलंगाना की चिंता करनी चाहिए।’ 

फिलहाल लगता तो यही है कि  नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियान में भी  सियासी रोटी सेंकने के प्रयास में केसीआर के हाथ कांग्रेस ने ही जला दिए है. 

(लोकदेश के लिए रत्नाकर त्रिपाठी की रायपुर से रिपोर्ट)