
जबलपुर। मझगवां थाना क्षेत्र में चार साल की बच्ची का अपहरण कर दुष्कर्म का करने का मामला सामने आया है। आरोपी उसे अंधेरे स्थान में छोड़कर भाग गया। घटना के दौरान गांव में एक बारात आई थी। उसी विवाह समारोह में बच्ची भी शामिल होने के लिए जा रही थी। विवाह स्थल गांव में होने के कारण परिजन ने उसे तैयार कर अकेला विवाह में भेज दिया। इस दौरान यह घटना हो गई। पुलिस ने बच्ची का एल्गिन अस्पताल में स्वास्थ्य परीक्षण कराया है। कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है। उनसे घटना को लेकर पूछताछ की जा रही है।
सूनसान देखकर आरोपी ने दिया घटना को अंजाम
मझगवां थाना क्षेत्र के एक गांव में शनिवार की रात को उमरिया पान से बारात आयी थी। गांव में खेत में विवाह समारोह का आयोजन चल रहा था। ग्रामीण विवाह कार्यक्रम में निमंत्रित थे। गांव की एक महिला ने अपनी साढ़े चार साल की बच्ची को तैयार किया। तैयार होते ही वह वहां जाने के लिए जिद करने लगी, तो मां ने उसे देर शाम अकेले ही घर से विवाह स्थल भेज दिया। गांव में ही विवाह स्थल होने के कारण वह निश्चिंत थी, लेकिन रास्ते में किसी अज्ञात आरोपी ने बच्ची को अकेला देखकर अपने साथ ले गया। सूनसान जगह में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया।
दादी पहुंची तो बच्ची नहीं दिखी
रात को लगभग आठ बजे बच्ची की दादी विवाह स्थल पर पहुंची। उन्हें बच्ची वहां नहीं दिखी। विवाह में आए गांव के लोगों से पूछा, तो किसी ने भी बच्ची को वहां नहीं देखने की बात कही। बच्ची के गायब होने से सभी घबरा हो गए। परिजन और गांव के कुछ लोग बच्ची को ढूंढने निकले। रात को लगभग 11 बजे बच्ची गांव के एक युवक के साथ दिखी। वह भयभती लग रही थी। युवक ने बताया कि बच्ची गांव की किराना दुकान के पास से अकेली आ रही थी। यह देखकर वह उसे लेकर आ रहा था। बच्ची के मिलने पर सभी ने राहत की सांस ली।
मां ने कपड़े में देखा रक्त के निशान
बच्ची को लेकर परिजन सीधे घर पहुंचे। घर पहुंचते ही वह सो गई। रात को अचानक मां की नजर बच्ची के कपड़े पर पड़ी, तो उसमें रक्त के निशान देखे। इस पर मां ने परिजन को अनहोनी की आशंका जताई। बच्ची को उठाकर उससे घटना के बारे में पूछने पर वह सहम उठी। मां की गोद में जाकर छिप गई। कुछ पूछने पर बच्ची के घबराने और सहम जाने पर परिजन की आशंका गहरा गई। वे उसे तुरंत मझगंवा थाने लेकर गए।