
क्या समाचार के साथ दिखाए गए स्केच से मिलते-जुलते किसी भी शख्स को आप पहचानते हैं? क्या ये तीन नाम, आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबू तल्हा आपने कहीं सुने हैं। हो सकता है कि आपने उनके कोड नाम मूसा, यूनुस और आसिफ सुने हों. यदि एक के लिए भी आपका जवाब ‘हाँ’ में है तो तुरंत पुलिस को इत्तेला कीजिए। क्योंकि ये तीनों पुंछ में आतंकी घटनाओं में शामिल थे। इन्होने ही मंगलवार को पहलगाम में 26 लोगों के नाम पूछने के बाद उनकी एक के बाद एक कर जान ले ली थी.
सुरक्षाबलों ने बताया कि उन्होंने हमले में जीवित बचे लोगों की मदद से रेखाचित्र तैयार किए गए थे।
पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से संबद्ध संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने मंगलवार दोपहर को अंजाम दिए गए आतंकवादी हमले की जिम्मेदारी ली है।
हरकत में आई सेना, दो को उतारा मौत के घाट
इधर, उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर बुधवार को घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी गई। सेना ने दो आतंकवादियों को मार गिराया।
यह कोशिश जम्मू-कश्मीर में नागरिकों पर सबसे घातक आतंकवादी हमले के एक दिन बाद नाकाम की गई, जिसमें अनंतनाग जिले के पहलगाम के प्रसिद्ध रिसॉर्ट के पास एक घास के मैदान में 25 पर्यटक और एक स्थानीय व्यक्ति मारे गए थे।
सेना के श्रीनगर स्थित चिनार कोर ने कहा कि दो से तीन अज्ञात आतंकवादियों ने उरी नाला के पास सरजीवन के सामान्य क्षेत्र से घुसपैठ की कोशिश की। एलओसी की सुरक्षा में तैनात सतर्क सैनिकों ने इस प्रयास का पता लगाया और उसे रोक दिया, जिसके बाद गोलीबारी हुई। सेना ने बताया कि भारी गोलीबारी में दो घुसपैठिए मारे गए।
सेना ने कहा, “आतंकवादियों के पास से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और युद्ध संबंधी अन्य सामान बरामद किया गया है।” उन्होंने बताया कि घुसपैठ रोधी अभियान जारी है।