
डबल इंजन की सरकार में बस्तर को मिलेगी लाल आतंक से मुक्ति, पर्यटन और धरोहर संपन्न इस संभाग में आएगी समृद्धि।’ सोमवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सोशल मीडिया एक्स पर यह बात लिखी। इसी दौरान साय नई दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में प्रदेश में नवीन कानूनों के क्रियान्वयन की समीक्षा हेतु आयोजित बैठक में सम्मिलित हुए।
बैठक में छत्तीसगढ़ में नक्सल समस्या के उन्मूलन सहित बस्तर में समग्र विकास को लेकर भी विचार हुआ। शाह ने नए आपराधिक कानूनों के क्रियान्वयन को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा अब तक किए गए कार्यों की सराहना करते हुए शीघ्र नए क़ानूनों को राज्य में शत-प्रतिशत लागू करने पर बल दिया। शाह ने छत्तीसगढ़ से समन्वय और तत्परता की अपेक्षा जताई और कहा कि नए कानूनों का उद्देश्य न्याय प्रक्रिया को सरल, तेज़ और अधिक जनोन्मुखी बनाना है।
साय ने गिनाई उपलब्धियां
बैठक में मुख्यमंत्री ने बताया कि हाल के महीनों में राज्य में चलाए गए ऑपरेशनों में कई वांछित नक्सली मारे गए, गिरफ्तार हुए या आत्मसमर्पण कर चुके हैं। नियद नेलानार योजना, बस्तर ओलंपिक, महिला सुरक्षा केंद्र, और आदिवासी क्षेत्रों में होमस्टे व पर्यटन ढांचे का विकास जैसे प्रयासों से युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ने का सार्थक प्रभाव पड़ा है। साय ने बताया कि छत्तीसगढ़ में नए आपराधिक कानूनों को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए प्रशासनिक व तकनीकी तैयारियाँ पूरी की जा चुकी हैं। राज्य में 27 प्रकार की एसओपी और दिशा-निर्देश तैयार कर लागू किए गए हैं। इसके साथ ही लगभग 37,385 पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। न्यायालयों, पुलिस थानों और जेलों को ई-साक्ष्य और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सिस्टम से लैस किया गया है। राज्य में अब तक 53,981 एफआईआर नए कानूनों के तहत दर्ज की जा चुकी हैं, जिनमें से लगभग 50 प्रतिशत मामलों में चालान प्रस्तुत हो चुके हैं।
लोकदेश डेस्क। नई दिल्ली/ रायपुर